बहुभाषिकता
स्कूल में बच्चे आज़ादी के साथ अपने घर की भाषा का इस्तेमाल करें। पूरी क्लास में बहुत सी भाषाओं के लिए जगह हो। ऐसी कल्पना बहुभाषिकता के विचार में शामिल है। किसी बच्चे मातृभाषा उसकी पहचान और ज्ञान की भाषा है। यह सामाजिक ताने-बाने के बीच संवाद को बरकरार रखने वाली भाषा है। ऐसे में जरूरी है कि एक बहुभाषिक कक्षा हो।