Site icon एजुकेशन मिरर

राजस्थानः आठवीं में A ग्रेड लाने वाले छात्रों को सरकार देगी लैपटॉप


अभी राजस्थान में आठवीं कक्षा के बच्चे बोर्ड की परीक्षाएं दे रहे हैं। इसकी प्रक्रिया दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं जैसी ही है। बच्चों को बाकायदा प्रवेश पत्र दिये गये हैं, जिनके बिना वे परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। उनके स्कूल का सेंटर पास के सीनियर स्कूल में दिया गया है। जहां पर कई स्कूलों के बच्चे एक साथ परीक्षा दे रहे हैं। इस परीक्षा के दौरान बच्चों के क्या अनुभव हैं? पढ़िए इस पोस्ट में।

“जब हमारी बोर्ड की परीक्षा बहुत पास आने लगी तो मुझे बहुत चिंता होने लगी थी। मैंने पहली बार देखा कि यदि हमारे पास प्रवेश पत्र होता है तो ही हमें परीक्षा देने देते हैं।”

वहीं एक अन्य छात्र ने लिखा, “मन में एक भय था। हमने कभी बोर्ड परीक्षा नहीं दी। हमें पता चला कि अबकी बार परीक्षा बहुत भारी होगी। इसलिए हम बहुत पढ़ाई करते थे। जब हम परीक्षा के लिए जा रहे थे तब हमें बहुत डर लग रहा था। जब परीक्षा में बैठने के लिए घंटी लगी, तब बहुत डर लग रहा था। हम वहां अपना रोल नंबर खोजकर बैठ गये। 2 बजे हमें परीक्षा की कॉपी मिली।”

फेल होने का डर

एक बच्चे ने लिखा, “हमें डर लग रहा था कि परीक्षा में नंबर कैसे आएंगे? हम फेल हों जाएंगे क्या? हमें पेपर खराब होने का डर था कि ऐसा होने पर घर वाले डांटेगे। हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वहां जाकर क्या करेंगे?”

हम जिस स्कूल में परीक्षा देने जाते हैं, वहां बहुत गंदगी है। कमरे बहुत छोटे हैं। मुझे वहां बैठना अच्छा नहीं लगता है। हम पूरी क्लास के साथ ऑटो में बैठकर परीक्षा देने जाते हैं।”

एक बच्चे ने कहा, “पेपर तो बहुत टफ (कठिन) आया है। लेकिन हमारे अच्छा लिखने पर शायद हम पास हो जाएंगे। अंग्रेजी वाले पेपर में मैम ने पेपर का हिंदी में अनुवाद किया तो हमें सवाल हल करने में आसानी हुई।”

लैपटॉप मिलेगा?

आठवीं में ए ग्रेड लाने वाले छात्रों को लैपटॉप मिलेगा। राजस्थान सरकार की नई पाठ्यपुस्तकों के पिछले कवर पेज़ पर यह जानकारी छपी है।

आठवीं कक्षा की एक छात्रा ने कहा, “जब बोर्ड की परीक्षा पास आई तो मुझे लगा कि पता नहीं परीक्षा कैसी होगी? जहां हमारा सेटंर गया है वहां की स्कूल, शिक्षक और बच्चे कैेसे होंगे? यह सोचकर मुझे चिंता हो रही थी। परीक्षा के एक दिन पहले मैं देर रात तक पढ़ती रही। कुछ पेपर देने के बाद अब मुझे कोई चिंता नहीं होती। अब तो मुझे उल्टा बहुत मजा आता है। हम शाम को परीक्षा के बाद कुल्फी खाते हैं। तो कोई लड़कियां वहां पास की दुकान से कुछ खरीदने जाती हैं। वहां बहुत अच्छा नाश्ता मिलता है।”

परीक्षाओं के बहाने नये दोस्त बनने की कहानी भी एक लड़की ने लिखी। उसके शब्दों में, “अब तो हमने दूसरे स्कूल की कुछ लड़कियों को अपना दोस्त भी बना लिया है। वे बहुत अच्छी हैं। हम भी उनसे अच्छा व्यवहार करते हैं। वो हमसे कहते हैं कि बोर्ड में अच्छे नंबर लाने पर हमें लैपटॉप मिलेंगे। हम भी उनको अच्छे नंबर लाने के लिए कहते हैं।”

सरकार की तरफ से लैपटॉप देने का वादा

राजस्थान सरकार की तरफ से उन छात्र-छात्राओं को लैपटॉप वितरित करने की बात कही गई है जो आठवीं में ए ग्रेड हासिल करेंगे। इस बारे में जानकारी नई पाठ्यपुस्तकों के पिछले कवर पेज़ पर दी गई है।  पूरी पंक्ति है, “कक्षा 8 में ए ग्रेड या इससे ऊपर के मेधावी पात्र विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरण।”

Exit mobile version