क्या सरकारी शिक्षा का संकट ‘अंग्रेजी मीडियम’ से दूर हो सकता है ? सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई समस्या है या समाधान, पढ़िए एक विश्लेषण दिनेश कर्नाटक जी कलम से। [...]
भाषा शिक्षण सिरीज़ः भाषा शिक्षण को जीवंत बनाने में कैसे करें कहानियों का इस्तेमाल? भाषा शिक्षण सिरीज़ में पढ़िए शिक्षिका ताहिरा ख़ाने के अनुभव जिन्होंने लोककथाओं के माध्यम से भाषा के कालांश को जीवंत बनाने का प्रयास किया है। [...]
लिट्रेसी हीरोज़-1: महेन्द्र सर की कक्षा में नियमित स्कूल आने वाले 80-90 फीसदी बच्चे पढ़ते हैं किताब पहली सीरीज़ में पढ़िए राजस्थान के शिक्षक महेंद्र जी की कहानी। [...]
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ‘पैरेंट्स-टीचर मीटिंग’ के सफलता की कहानी, पढ़िए इस पोस्ट में। ऐसी बैठकों को औपचारिक बनाने से बेहतर है कि वास्तविक संवाद हो। [...]
शिक्षा विमर्शः ‘प्राथमिक विद्यालयों की ख़स्ता हालत देखकर दुःख होता है’ सरकारी विद्यालयों की स्थिति को लेकर भी सेमीनार में कुछ प्रतिभागियों ने चिंता जताई। [...]
‘इंग्लिश मीडियम’ वाले माध्यमिक विद्यालय कैसे हैं? यह एक सच्ची घटना है। एजुकेशन मिरर के लिए यह स्टोरी सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक ने भेजी है। [...]
शिक्षा विमर्शः बच्चों के सीखने की परवाह किसे है? अगर शिक्षक बच्चों के सीखने की जिम्मेदारी लेने की बजाय उसे ही 'फेल' घोषित करने लगे तो क्या होगा? [...]
दिल्ली में शिक्षक की हत्याः छात्र-शिक्षक रिश्तों में तनाव क्यों है? आमतौर पर एक शिक्षक अपने बच्चों से [...]
सरकारी स्कूलों के बारे में अच्छा क्या है? इस पोस्ट में पढ़िए सरकारी स्कूलों की एक ऐसी कहानी जो ज़मीनी सच्चाइयों में बार-बार सामने आती है। [...]
पाठ्यपुस्तकों में ‘भारत की खोज’ नहीं, ‘नेहरू की तलाश’ पहले जवाहरलाल नेहरु के जीवन पर केंद्रित किताब चलती थी, मगर अब नाम खोजा जा रहा है। [...]
बच्चों के मन की बातः 20 साल बाद क्या होगा? बच्चे अपने भविष्य के बारे में क्या सोचते हैं? पढ़िए इस पोस्ट में। [...]