एजुकेशन मिरर: शिक्षा के क्षेत्र में नये लेखकों को मिले प्रोत्साहन
एजुकेशन मिरर का विज़न है कि हिंदी (यानि क्षेत्रीय भाषाओं) में शिक्षा का विमर्श हो। हिंदी में शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर ज़मीनी स्तर के अच्छे उदाहरण मौजूद हों ताकि उनके ऊपर संवाद हो सके। ताकि शिक्षक साथियों व भावी शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों को भी शिक्षा पर होने वाले विमर्श का हिस्सा बनाया जा सके।
अगर हम गूगल पर हिन्दी में सर्च करें तो हमें बहुत बार निराशा ही हाथ लगती है, यही हाल क्षेत्रीय भाषाओं का भी है। इस स्थिति में बदलाव हो और लोगों को हिन्दी भाषा में गुणवत्तापूर्ण सामग्री पढ़ने को मिल सके, इसके लिए प्रतिबद्धता के साथ मैंने अपने क्लासरूम के अनुभवों को, अंग्रेजी भाषा में पढ़ी गई सामग्री को हिन्दी भाषा में अनुवाद करने का काम किया ताकि हिन्दी भाषा में अच्छी सामग्री के सृजन का रास्ता साफ हो सके।
अगर हम क्षेत्रीय भाषाओं में जमीनी अनुभवों या फिर शोध की सामग्री को किसी एक प्लेटफॉर्म पर लेकर आना चाहते हैं तो जाहिर सी बात है कि पुराने स्थापित तरीकों से नहीं हो सकता। जो सिलसिला पिछले कई सालों से चला आ रहा है, उस तरीके से नहीं हो सकता है। उसके लिए हमें नये तरीके और सहयोग व प्रोत्साहन की की भावना के साथ काम करने वाले नये लोग खोजने होंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में नये पाठक तैयार हों
जाहिर सी बात है कि इसके लिए नए लोगों को अपने कंफर्ट जोन से बाहर आना होगा। अपने को कमतर मानने या समझने की परंपरागत सोच को बदलना होगा। नन्ही-नन्ही कोशिश से एजुकेशन मिरर जैसी पहल अपने साथ ऐसे लोगों को जोड़ने में कामयाब रही है, जो इसे पढ़ते हैं। इसकी बातों को क्लासरूम तक ले जाते हैं। कहीं संदेह होता है तो सवाल भी पूछ लेते हैं। यह आत्मीयता और स्नेह बना रहे।
नये लेखकों को मंच मिले
नए लोगों को लिखने के लिए प्रेरित करने की प्रतिबद्धता हमारी तरफ से जारी रहेगी ताकि उस साझा खुशी के लम्हों को बार-बार जीवंत किया जा सके जो पहले लेख के छपने पर मिलती है। किसी की तारीफ से मिलती है कि आपने बहुत अच्छा लिखा है। इस कोशिश को जारी रखिए। ऐसी कोशिशों को प्रोत्साहित करने में मुझे खुशी मिलती है। किसी के आत्मविश्वास को बढ़ाने और खूबियों को रेखांकित करने में खुशी मिलती है।
समालोचना और सुझाव का स्वागत
ऐसे प्रयासों में बाधा पहुंचाने वाले प्रयासों की खुली आलोचना का सुख भी मिलता है। आलोचना और तारीफ़ के इस सिलसिले में इस सफ़र को और आगे ले जाने का इरादा है। इस सफर में हमेशा साथ रहने वाले दोस्तों का शूक्रगुजार महसूस करता हूं, जिसकी वज़ह से यह सफ़र रफ़्ता-रफ़्ता अपनी मंज़िल की तरफ आगे बढ़ रहा है।
(आप एजुकेशन मिरर को फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो कर सकते हैं। वीडियो कंटेंट व स्टोरी के लिए एजुकेशन मिरर के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। Whatsapp: 9076578600 , Email: educationmirrors@gmail.com)
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