प्रारंभिक शिक्षा में क्या गुल खिलाएगी ‘टेक्नॉलजी’? क्या तकनीक को शिक्षक के विकल्प के रूप में अपनाया जा सकता है। [...]
शिक्षा विमर्शः ‘मैकाले को हम कब तक दोष देते रहेंगे?’ स्वतंत्रता के इतने वर्षों बाद भी हम शिक्षा के क्षेत्र में कितना परिवर्तन ला पाएं हैं, इस पर सोचना और कुछ ठोस क़दम उठाना जरूरी है। [...]
अपनी तो पाठशाला, मस्ती की पाठशाला !! एनसीएफ-2005 में कल्पना की गई है कि स्कूल हर बच्चे के लिए मस्ती की पाठशाला बने. बच्चा सीखने की प्रक्रिया में आनंद और ख़ुशी से रिश्ता बना रहे. [...]