रंग देते हैं आज़ादी
रंग …
रंग भेद नहीं करते
रंगों का भेद बताते हैं
रंग
रंग नही कहते
अपनी सुन्दर परिभाषा |
रंग कहते हैं ..
चुनो ,
खुद के रंग को
जो तुम्हारे रंग से हो मिलता या फिर परे |
रंग आज़ादी देते हैं
रंग सोच देते हैं
रंग देते हैं हौसला
खुद के निर्माण का
रंग ,रंग है |
रंग ने नहीं दिया हक़
उसे बाटने का
रंग मिशाल हैं
खुद की रौशनी तय करने का
रंग ,रंग हैं
रंग भाव हैं |
(लेखक परिचयः यशस्वी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में एमए किया। इसके बाद गांधी फेलोशिप में दो वर्षों तक गुजरात के सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापक नेतृत्व विकास के लिए काम किया।
यशस्वी को स्कूली बच्चों से बात करना और उनके सपनों व कल्पनाओं की दुनिया को जानना बेहद पसंद है। उनकी यह कविता एक छोटी बच्ची के फ्राक के धानी रंग से प्रेरित है।)
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