गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए तकनीक के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना है जरूरीः जिलाधिकारी बहराइच
बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग और टाटा ट्रस्ट्स के संयुक्त तत्वाधान में रिसिया मोड़ स्थिति आश्रम पद्धति स्कूल में एक दिवसीय बाल मेले का आयोजन किया गया। इस बाल मेले के दौरान जिलाधिकारी सुश्री माला श्रीवास्तव ने टाटा ट्रस्ट्स द्वारा आश्रम पद्धति स्कूल में पुस्तकालय का शुभारंभ किया। उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इससे बच्चों में पढ़ने की रुचि का विकास होगा। इसके साथ बहराइच जिले के 120 स्कूलों में पुस्तकालय की औपचारिक शुरूआत हुई। टाटा ट्रस्ट्स द्वारा उत्तर प्रदेश के चार जिलों बहराइच, बलरामपुर, जौनपुर और वाराणसी जिले में 259 पुस्तकालय स्थापित किये गये हैं।
‘आईटीई से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को मिलेगा प्रोत्साहन’
इस अवसर पर जापानी बैंक सुमीतोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (एसएमबीसी) के सीईओ और भारत में कंट्री हेड कैशी इवामोटो ने आश्रम पद्धति स्कूल में आईटीई सेंटर का उद्घाटन भी किया।
एसएमबीसी के सीईओ कैशी इवोमोटो ने अपनी बात रखते हुए कहा, “हम भारत में शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के लिए सतत सहयोग जारी रखेंगे।” एसएमबीसी की तरफ से बहराइच जिले के स्कूलों में आठ नए आईटीई सेंटर खोलने के लिए कम्प्यूटर, टेबलेट्स, पॉवर बैकअप उपलब्ध करवाए गये। इसके साथ ही पहले से संचालित 17 आईटीई केंद्रों पर बच्चों के नामांकन के आधार पर कम्प्यूटर और टेबलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए और 25 स्कूलों में पुस्तकालय के लिए अनुदान प्रदान किया है।
‘बच्चे स्कूल में सीखने के आनंद को महसूस करें’ – तारा सबावाला, निदेशक टाटा ट्रस्ट्स
इस मौके पर टाटा ट्रस्ट्स की निदेशक सुश्री तारा सबावाला ने कहा, “टाटा ट्रस्ट्स का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। हम सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं है ताकि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। बच्चे स्कूल में सीखने के आनंद को महसूस कर सकें।“

टाटा ट्रस्ट्स में हेड ऑफ एजुकेशन एंड स्पोर्ट अमृता पटवर्धन और टाटा ट्र्स्ट्स की डाइरेक्टर तारा सबावाला बच्चों से संवाद करते हुए।
इस बाल मेले में टाटा ट्रस्ट्स द्वारा 20 स्कूलों में संचालित आईटीई (इंटीग्रेटेड अप्रोच टू टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन) कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों ने कम्प्यूटर की मदद से बनाए विभिन्न विषयों के प्रोजेक्ट्स का प्रस्तुतीकरण किया। इस मौके पर बच्चों ने फन विथ साइंस और फन विथ मैथ गतिविधि में हिस्सा लिया। इसके साथ ही बच्चों ने विभिन्न खेल गतिविधियों में भी हिस्सा लिया।
क्या हैं आईटीई केंद्र?
आईटीई का पूरा नाम ‘इंटीग्रेटेड अप्रोच टू टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन’ है। इसके तहत बहराइच जिले के 17 स्कूलों पर स्थित 20 केंद्रों पर तकनीक का इस्तेमाल बच्चों के लिए शिक्षण-अधिगम की प्रक्रिया को बेहतर और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जा रहा है। बच्चे अपने विभिन्न विषयों के चुने हुए टॉपिक पर प्रोजेक्ट बनाते हैं। इस प्रक्रिया में वे गूगल सर्च, जीवन के प्रत्यक्ष अनुभव और कक्षा में शिक्षण के दौरान मिले अनुभवों का इस्तेमाल प्रोजेक्ट बनाने में करते हैं। इस प्रक्रिया में विषय की गहरी जानकारी हासिल करते हैं और तकनीकी कौशल में दक्षता भी हासिल करते हैं, जो केवल डिजिटल लिट्रेसी तक ही सीमित नही हैं, बल्कि यह बच्चों के सोचने-विचारने की क्षमता और समालोचनात्मक चिंतन का विकास भी करती है।
इस कार्यक्रम में बहराइच के जिला विद्यालय निरीक्षक श्री राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री श्याम किशोर तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री वृजेश कुमार सिंह, टाटा ट्रस्ट्स की निदेशक सुश्री तारा सबावाला, टाटा ट्रस्ट्स में आईटीई प्रोग्राम की कंट्री हेड डॉ. अमीना चरनिया, टाटा ट्र्स्ट में ‘हेड ऑफ एजुकेशन एंड स्पोर्ट’ अमृता पटवर्धन, उत्तर प्रदेश की रिजनल हेड अमिता जैन, विश्वंभर, विवेक व टाटा ट्रस्ट बहराइच की पूरी टीम ने बाल मेले के संचालन में सक्रिय भागीदारी की। टाटा ट्रस्ट्स द्वारा विद्यालय को मिलने वाले सहयोग के लिए आश्रम पद्धति विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार मिश्र द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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