चंद्रयान-3 : चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बना भारत
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुप पर ‘चंद्रयान-3’ सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग ने इतिहास रच दिया है। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। इस अभूतपूर्व सफलता पर पूरे देश में इसरो के वैज्ञानिकों की टीम को बधाइयों का सिलसिला जारी है।
14 जुलाई को दोपहर 2:35 बजे श्रीहरिकोटा से उड़ान भरने वाले चंद्रयान-3 ने अपनी 40 दिनों की लंबी यात्रा पूरी करते हुए यह कामयाबी हासिल की है। इस सफलता ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत के नेतृत्व को एक नई ऊंचाई प्रदान की है। आने वाले वर्षों में भारत इस दिशा में बड़ी उपलब्धियों को हासिल करने की दिशा में प्रयास करेगा।
चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने अभियान की सफलता की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने पिछले चार वर्षों में एक टीम के रूप में मिलकर काम करते हुए यह कामयाबी पाई है। इस सफलता में देश के हज़ारों वैज्ञानिकों व सपोर्ट स्टाफ की बहुत बड़ी भूमिका है। वहीं इस अभूतपूर्व सफलता के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि चंदा मामा दूर के वाली कहावत बदल जाएगी।
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