पुस्तक चर्चाः ‘शिक्षा के सवाल हमारे जीवन के सवाल हैं’ इस किताब के बारे में दीपिका लिखती हैं, "यह पुस्तक हर उस व्यक्ति को पढ़नी ही चाहिए जो पढ़ने लिखने की संस्कृति को बचाए रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं।" [...]
‘शिक्षा की बेहतरी में शिक्षक की निर्णायक भूमिका है’ – महेशचन्द्र पुनेठा महेशचन्द्र पुनेठा समकालीन कविता में [...]