चर्चा मेंः पहली बार भारत के हर कोने के ‘शिक्षकों की इंटरव्यु सिरीज़’ सिर्फ एजुकेशन मिरर पर

यह तस्वीर दिल्ली के एक स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली रोहिणी ने बनाई है। जिनका सपना भविष्य में शिक्षक बनने का है।
भारत के विभिन्न राज्यों में एजुकेशन मिरर के पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार! आप सभी के लगातार प्रोत्साहन, सहयोग और इस प्लेटफॉर्म के लिए लिखे विविधतापूर्ण सामग्री से उपयोग और पठनीय बनाने के लिए दिल से आभार! शिक्षक प्रोत्साहन सिरीज़ को पढ़ने और शेयर करने में आपने जो दिलचस्पी दिखाई है, उसने एजुकेशन मिरर की टीम को शिक्षक साथियों के साथ संवाद के दायरे को कुछ राज्यों से परे पूरे भारत तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया है। ताकि हम एजुकेशन मिरर डॉट ओआरजी पर विभिन्न राज्यों से शिक्षकों की कहानियों और ज़मीनी अनुभवों तक आपकी पहुंच बन सके जो भारत की विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
शिक्षक साथियों के इंटरव्यु की सिरीज़
इसके लिए हम एजुकेशन मिरर पर शिक्षक साथियों के इंटरव्यू की एक ऐसी सिरीज़ लेकर आ रहे हैं जो अपनी तरह का इकलौता और ऐसा प्रयास होगा जिससे आप भारत के हर कोने से (उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम) शिक्षकों के साक्षात्कार पढ़ सकेंगे। इस मुहिम के लिए आपके सहयोग, प्रोत्साहन और सुझावों का स्वागत रहेगा।
शिक्षक साथियों के इस इंटरव्यु सिरीज़ का आइडिया शिक्षक समुदाय के बारे में लॉकडाउन के दौरान सोचते समय आया कि हम बॉलीवुड, पॉलिटिक्स, ब्युरोक्रेसी और अर्थ जगत से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों के इंटरव्यु पढ़ते हैं। लेकिन शिक्षकों को लेकर ऐसी कोई पहल या सिरीज़ से मेरा कभी सामना नहीं हुआ, जहाँ शिक्षकों के विचारों को सिलसिलेवार ढंग से प्रकाशित किया गया हो। आमतौर मुख्य धारा की मीडिया में शिक्षकों की स्टोरीज़ की तलाश शिक्षक दिवस से एक-दो दिन पहले शुरू होती है और शिक्षक दिवस के दिन ही समाप्त हो जाती है।
एजुकेशन मिरर के इस प्लेटफॉर्म से ऐसी किसी पहल का नेतृत्व करना शिक्षक समुदाय के पेशेवर विकास और शिक्षकों के प्रयासों को पहचान देने वाली प्रतिबद्धता के सफर में एक मील का पत्थर साबित होगा, ऐसी उम्मीद है। हमारे समाज का शिक्षक क्या सोच रहा है? वह भारत, अपने राज्य और अपने क्षेत्र के बच्चों को लेकर क्या सपना देख रहा है? वे क्लासरूम में किस तरीके से भविष्य के नागरिकों को तैयार करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं? अन्य साथी शिक्षकों को वे किस नज़र से देखते हैं और उनके बारे में क्या सोचते हैं?
शिक्षकों की नज़र में ‘भारत का भविष्य’
शिक्षा के भविष्य को लेकर वे कितनी आशा से भरे हैं और किस तरह की चिंताएं उनके सामने खड़ी होती हैं जब वे भविष्य की योजना बना रहे होते हैं या उसकी कल्पना कर रहे होते हैं? अपनी भूमिका को 21वीं सदी के संदर्भ में कैसे देख रहे हैं, जहाँ हमारे सामने एक देश और समाज के रूप में नई-नई चुनौतियां मुँह बाए खड़ी हैं। तो वहीं नये अवसरों की हल्की-हल्की आहट भी सुनाई दे रही है जो भविष्य में ज्यादा स्पष्ट और मुखर होगी।
एजुकेशन मिरर की इस मुहिम का उद्देश्य शिक्षकों के संघर्ष, जिजीविषा, नेतृत्व, जूझने और सीखने की ऐसी कहानियों को सामने लाना है जो सच में प्रेरित करने वाली हैं। शिक्षक के पेशे के प्रति नई उम्मीद जगाती हैं। शिक्षकों को वास्तविक नेतृत्वकर्ता के रूप में देखती हैं जो नेपथ्य में भी नेतृत्व की असीम संभावनाओं का निर्माण करते हैं।
(शिक्षा से संबंधित लेख, विश्लेषण और समसामयिक चर्चा के लिए आप एजुकेशन मिरर को फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं। एजुकेशन मिरर के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। एजुकेशन मिरर अब टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं। एजुकेशन मिरर के लिए अपनी स्टोरी/लेख भेजें Whatsapp: 9076578600 पर, Email: educationmirrors@gmail.com पर।)
Nice View Sir
हमें अपने देश के अलग -अलग शिक्षक साथियों के अनुभवों से लाभान्वित होने का मौका मिलेगा ।
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं …!!