भाषा विकास और साक्षरता को पुस्तकालय के माध्यम से कैसे प्रोत्साहित करें? भाषा शिक्षण के प्रयासों को मजबूती प्रदान करती है पुस्तकालय से बच्चों को जोड़ने के लिए होने वाली पठन गतिविधियां। [...]
शिक्षक प्रोत्साहन सिरीजः ‘लॉकडाउन में भी मिल रही है शिक्षकों की प्रेरणा, वायरस कोई बाधा नहीं’ शिक्षक प्रोत्साहन सीरीज़ के इस अंक में पढ़िए रिया चंद की लिखी स्टोरी। रिया दसवीं कक्षा की छात्रा हैं। [...]
लाइफ टिप्सः अचानक से बढ़े ‘स्क्रीन टाइम’ के बीच अपना तनाव कैसे कम करें? ज़िंदगी की सबसे बड़ी जरूरत है खुद के साथ सामंजस्य के साथ रह पाना। हमारी ख़ुशी का सूत्र भी यही है। [...]
ऑन लाइन लर्निंगः दूरदर्शन, ऑल इंडिया रेडियो, यू-ट्यूूब और ह्वाट्सऐप का इस्तेमाल कैसे हो रहा है? शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर काफी बात होती रही है। लेकिन वर्तमान दौर उसके रचनात्मक इस्तेमाल का गवाह बन रहा है। [...]
भाषा शिक्षणः अंग्रेजी भाषा सिखाने की चुनौतियों को आसान बनाने के लिए मैंने क्या किया? अंग्रेजी भाषा शिक्षण की चुनौतियों को आसान बनाने के संदर्भ में अपने अनुभव साझा कर रही हैं शशि कला यादव जी। [...]
सामग्रीः ऑनलाइन किताबें और पत्रिकाएं पढ़ने व डाउनलोड करें आप यहां दी गई लिंक्स से एकलव्य, सीबीटी की किताबें और इकतारा की पत्रिकाएं व पोस्टर डाउनलोड कर सकते हैं। [...]
बाल-साहित्य में कविताएंः ‘एक पत्ते पर धूप रखी थी, एक पत्ते पर पानी’ वे कविताएँ जिन तक मैं पहुँच सका, लगभग [...]
बाल-साहित्य में कविताएंः ‘चाहता हूँ देश की जमीन को’ इन दिनों हिंदी बाल कविताओं को पढ़ने का अवसर मिला। कविताओं में सीख, संदेश, उपदेश, आदर्श से इतर ऐसी रचनाओं का आनंद लेना था, जो वाकई बाल मन का प्रतिनिधित्व करती हों। [...]
पुस्तक चर्चाः ‘हमारी गाय जनी’ – अभिलाषा राजौरिया 'हमारी गाय जनी' एक ऐसी किताब है जो ग्रामीण परिवेश में गाय के बछड़े के आने पर कैसा माहौल होता है उसका बयान करती है। [...]
टॉपिकः पत्र लेखन के माध्यम से कैसे करें लेखन कौशल का विकास? पत्र लेखन एक ऐसी विधा है जो संवाद के सबसे सशक्त माध्यमों में से एक रही है। [...]
पुस्तकालय की मौजूदगी और इसके बिना किस तरह के समाज बनने की संभावना है? लाइब्रेरी के साथ विकसित होने वाला समाज लोकतंत्र की मजबूती के लिए खाद और पानी मुहैया कराने वाला समाज होगा। [...]
बाल साहित्यः लाली का नया दोस्त – इवोन जागतेनबर्ग मूल रूप से डच भाषा में लिखी गई इस किताब की लेखिका इवोन जागतेनबर्ग हैं। इसका हिन्दी भाषा में अनुवाद किया है अरुंधती देवस्थले ने। [...]
जानिएः अपनी स्कूल लाइब्रेरी को सक्रिय कैसे बनाएं? किताबों का नियमित लेन-देन, लाइब्रेरी रिकॉर्ड का डॉक्युमेंटेशन जैसी बातें काफी उपयोगी हैं। [...]
लाइब्रेरी में लगातार प्रयास से संभव हैं 15 सकारात्मक बदलाव लाइब्रेरी में काम के बाद होने वाले संभावित बदलाव की जानकारी हमें रणनीति तैयार करने में मदद करती है। [...]
रीडिंग रिसर्चः पढ़ने की जरूरत क्यों है? इस बेहद आसान से सवाल के जवाब में क्या उत्तर आपके मन में आते हैं? शेष पढ़िए इस पोस्ट में। [...]
किसी व्यक्ति की पढ़ने की आदत कैसे बनती है? आपके पढ़ने की आदत कैसे विकसित हुई? साझा करिए अपनी स्टोरी। [...]
लेखन के समय ध्यान रखने वाली ख़ास बातें क्या हैं? भाषा कार्यशाला के नोट्स में पढ़िए अंजलि नरोन्हा के विचार। [...]
‘कविता इस तरह सुननी चाहिए कि बुद्धि का उस पर अतिक्रमण न हो’ – उदयन वाजपेयी उदयन वाजपेयी ने कविताओं के बारे में एक सत्र में अपने विचार रखिए। पढ़िए उस सत्र के नोट्स। [...]
‘द्वंद से बचकर अच्छा लेखन या अच्छा साहित्य सृजन नहीं हो सकता’ – अंजलि नरोन्हा अंजलि नरोन्हा कहती हैं कि द्वंद से बचकर अच्छा लेखन या अच्छा साहित्य सृजन नहीं हो पाता है। [...]
कविता में अर्थ पहले आता हैः नरेश सक्सेना नरेश सक्सेना जी कहते हैं कि कविता में अर्थ पहले आता है और फिर कवि उसे शब्दों में प्रकट करता है। [...]
कविता भाषा का कारखाना है: सुशील शुक्ल कविताओं को लिखने की कला के साथ-साथ पढ़ने की कला पर भी संवाद जरूरी है। [...]
जॉन होल्ट की डायरीः ‘ज्ञान, सीखना और समझना एकरेखीय नहीं है’ 1960 में लिखी गई जॉन होल्ट की डायरी के कुछ अंश पढ़िए इस पोस्ट में। [...]
पुस्तक चर्चा: दोस्ती की जीवंत मिसाल है ‘किकि’ यह किताब दोस्ती और उसके जीवन पर असर को रेखांकित करती है। [...]
मारिया मान्टेसरीः ‘बच्चे में स्वयं सीखने की क्षमता होती है’ इस पोस्ट में पढ़िए मारिया मान्टेसरी के शिक्षा पर विचार। [...]
कहानी की समीक्षाः नाबिया यह कहानी नाबिया की तरह अन्य बच्चों को भी कहानी की किताबों से जुड़ने और शिक्षकों को कहानियां सुनाने के लिए प्रेरित करने वाली है। [...]
पठन गतिविधिः मुखर वाचन कैसे करें? बच्चों में आनंद और समझ के साथ पढ़ने का चस्का लगाने के लिए रीड अलाउड बेहद महत्वपूर्ण गतिविधि है। [...]
लेख: ‘ये बच्चे हैं, ‘कोरा कागज’ नहीं’ बच्चों को कोरा कागज मानने की मान्यता को चुनौती देता है आलोक मिश्र का यह लेख। [...]
नई शिक्षा नीति-2019 ड्राफ्ट: तीन भाषा वाले फार्मूले पर होने वाले विवाद का समाधान क्या है? तीन भाषा वाले फॉर्मूले पर होने वाले विवाद का हल क्या हो सकता है? पढ़िए इस पोस्ट में। [...]
नई शिक्षा नीति-2019 के ड्राफ्ट में त्रिभाषा फॉर्मूले पर विवाद क्यों हो रहा है? वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश के. रे कहते हैं, "न सिर्फ़ अन्य हिस्सों में, बल्कि 'हिंदी' पट्टी में भी 'हिंदी' का पर्चा ऐच्छिक होना चाहिए।" [...]
लेखः शिक्षा के क्षेत्र में कहानियों का महत्व और शैक्षिक उपयोगिता इस आलेख में संजय गुलाटी कहानी के महत्व को रेखांकित करते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में इसकी उपयोगिता को स्थापित करने का प्रस्ताव रखते हैं। [...]
आरव की डायरीः पढ़िए दिल्ली के चिड़ियाघर के सैर की कहानी डायरी के यह पन्ने इस मायने में बेहद ख़ास हैं क्योंकि यह दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने लिखी है। उनका नाम आरव है। [...]
बच्चों में ‘पढ़ने की आदत’ विकसित करने के 10 टिप्स अगर आप चाहते हैं कि बच्चा जिस कक्षा में है उस स्तर की किताबें पढ़ सके, तो एक काम करिए बच्चों में पढ़ने की ललक का विकास करिए। [...]
एजुकेशन मिरर की यात्रा के मायने क्या हैं? भारत में एजुकेशन मिरर जैसी विचार की अहमियत क्या है? पढ़िए इस पोस्ट में। [...]
भाषा शिक्षणः बच्चों को संदर्भ से जोड़कर पढ़ाने की जरूरत क्यों है? संदर्भ के साथ शिक्षण अर्थ निर्माण की प्रक्रिया में काफी मदद करता है। [...]
चर्चाः कुछ नया सीखने के लिए क्या करें? नई अवधारणाओं को सीखने के लिए 'पुरानी सीख' से निकलना जरूरी है। [...]
शिक्षा विमर्श: ‘500 में 499…? नहीं, यह ठीक नहीं है।’ सीबीएसई के परीक्षा परिणाम की चर्चा में गुम, दूसरे पहलू पर भी विचार-विमर्श जरूरी है। [...]
लेखः कहानी कहाँ खो गई – कृष्ण कुमार प्रोफ़ेसर कृष्ण कमार का पूरा लेख 'कहानी कहाँ खो गई' पढ़िए इस पोस्ट में। [...]
चर्चाः क्लासरूम में बदलाव के लिए अपनाएं 40/20 का फॉर्मूला शिक्षण को प्रभावशाली बनाने की प्रक्रिया पढ़िए इस पोस्ट में। [...]
भाषा शिक्षणः भाषा के कालांश में काम करने के लिए सबसे जरूरी चीज़ क्या है? भाषा शिक्षण का उद्देश्य है कि बच्चे समझकर पढना सीखें और स्वतंत्र पाठक बने। [...]
नवाचार: बच्चे जब शब्दों का तोड़-तोड़ कर पढ़ रहे हों, तो धाराप्रवाह पठन के लिए क्या करें? बच्चों को शब्द को शब्द की तरह पढ़ने का अभ्यास करवाने से मदद मिलती है। [...]
नये शैक्षिक सत्र 2018-19 की शुरूआत, नामांकन को लेकर शुरू हुआ ‘स्कूल चलो अभियान’ एजुकेशन मिरर की पूरी टीम की तरफ से नये शैक्षिक सत्र की शुभकामनाएं [...]
एक कक्षा में पढ़ने वाले सभी बच्चों के सीखने में बहुत ज्यादा अंतर क्यों होता है? आमतौर पर यह बात सामने आती है कि 25-30 बच्चों की कक्षा में कुछ ही बच्चे सीख रहे हैं। ऐसा क्यों होता है? [...]
पढ़ना सीखने के लिए क्यों जरूरी हैं किताबें? अगर लायब्रेरी में किताबें हैं तो उन्हें बच्चों के हाथ में पहुंचने का अवसर दिया जाना चाहिए। [...]